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शुक्रवार, 3 जून 2011

यादे -रेडियो की

भूले-बिसरे गीत जयमाला बिनाका गीतमाला ऐसे बहुत से कार्यक्रम रेडियो सिलोन विविध भारती से प्रसारित होते थे बहुत चाव लगा कर पूरी महफ़िल सजा कर सुने जाते थे मेरे बड़े भाई को सुबह ७ बजे रेडियो सिलोन का भूले बिसरे गीत बहुत पसंद था उन दिनो मॅ कक्षा दो या तीन मे था हमारे पास फिलिप्स का ३बॅन्ड एसी वाल्व टाइप रेडियो था ऐक बार शाम के समय रेडियो पर ये गीत बज रहा था...तू प्यार का सागर है इस गीत के बोल दूर दूर तक हवा में पेंडॉ से टकरा कर गूँज़ रहे थे बहुत दूर से रडियो की आवाज़ आने लगती थी क्योंकि उन दिनो स्कूटर कार मशीने ना के बराबर थी ये गीत हमारे पिताजी को भी पसंद था पिताजी को तो गुज़्ररे हुऐ २२ वर्ष हो चुके है मगर इस गीत से उन की यादे ताज़ा हो जाती है../