काव्य सन्ग्रह, 1 -हवा के फूल 1993 2-दूर कहीं सन्र्नाटा है 1998
सुन्दर रचना.
कभी मै था या तुम थे जैसे दरीया का पानीबिल्कुल सही …………अस्तित्व की खोज मे मै और तुम नही होता।
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2 टिप्पणियां:
सुन्दर रचना.
कभी मै था या तुम थे जैसे दरीया का पानी
बिल्कुल सही …………अस्तित्व की खोज मे मै और तुम नही होता।
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