![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEj61yOwGr-wuWD72B3W3R1zPQVQjpkIfMut83b9RoJnukwKoVFclWDGg0BimTry_Lot5_ffpE2ZGzLZ59Au0IVzLitb-gq8Mw0Z1y0X3GKAacUSWnmnhLrgm9euSwOMsd6iGQQvZ9Lw8lc/s320/Eid%2520Wallpaper%2520Eid%2520Ka%2520Chand%5B1%5D.jpg)
आजकल मुसलिम विद्वान फतवा देने को आतुर रहते हैं जैसे अभी हाल ही में डा0 जाकिर नाइक पर लखनऊ में मोलाना फिरंगी महली ने डा0 जाकिर नाइक पर पैगंबर मुहम्मद की शान में गुसताखी के लिऐ फतवा दे दिया, शायद फिरंगी महली ये भूल गये हैं कि डा0 जाकिर नाइक ने इसलाम की कितनी सेवा की है डा0 जाकिर नाइक का दोष केवल इतना सा है कि नाइक ने यजीद को यजीद रहमतुल्लाअलै बता दिया था इस पर मुसलिम विद्वानों को भडकने की जगह पर डा0 जाकिर नाइक को अपनी गलती सुधार ने को कहना चाहिये था तिस पर ये उलेमा जालिमपन व संकीर्णता फैलाते हैं समाज में ,ऐसे उलेमाऔ को कोई अधिकार नहीं होना चाहिये फतवे देने का । मुसलिम समाज पहले से ही कुख्यात है अपनी दकियानूसी विचारधारा के लिऐ,बस अब बहुत हो गया अब और आग में घी ना डालो । प्रेम और भईचारे का संदेश देकर समाज को जोडने का काम करना चाहिये तोडने का नहीं ।
यहँ ये भी उललेखनीय है कि डा0 जाकिर नाइक( पीस ) नाम से ऐक इसलामी चैनल चलाते हैं
यहँ ये भी उललेखनीय है कि डा0 जाकिर नाइक( पीस ) नाम से ऐक इसलामी चैनल चलाते हैं
2 टिप्पणियां:
achhi jankari mili... likhte rahe aur apne naye post ke baare me italla karte rahe.
khoob!ashaallah
एक टिप्पणी भेजें