कैसे पृथ्वी का जन्म हुआ
कैसे सूर्योदय हुआ
क्यों फिर रात आई
चाँद सितारों को साथ लाई
डायनासोर के काल में
पिरामिडों के साल में
दूर रेगिस्तान में
तूतनखामन के जाल में
मछली सा तडपता
मगरमच्छों से बचता
कैसे जन्म मेरा हुआ
एक सवाल माँ से पूछता
माँ ऊपर आकाश की ओर देखती......
1 टिप्पणी:
bahut sudnar kavita ...
har shabd bolta hua sa hai
regards
vijay
please read my new poem " झील" on www.poemsofvijay.blogspot.com
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